यदि आप जीवन की कठिनाइयों से घिरे हुए हैं, गरीबी, रोग या मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं, तो माँ धूमावती की कृपा प्राप्त करने के लिए उनके मंत्रों का जाप करना अत्यंत लाभकारी हो सकता है।
आइए, जानते हैं माँ धूमावती के ये 7 मंत्र और उनके प्रभावों के बारे में।
माँ धूमावती की उत्पत्ति:
प्राणतोषिणी तंत्र में वर्णित एक कथा के अनुसार, देवी सती ने भगवान शिव के प्रति गहरी भक्ति के कारण उन्हें निगल लिया।
इस अद्भुत घटना के पश्चात, भगवान शिव ने देवी को मुक्त तो कर दिया, लेकिन उन्होंने क्रोधित होकर देवी को विधवा का श्राप दे दिया।
इसी कारण माँ धूमावती का स्वरूप एक विधवा के रूप में दर्शाया जाता है, जो नकारात्मकता को दूर करने का कार्य करती हैं।
धूमावती स्वरूप वर्णन:
माँ धूमावती को एक वृद्ध और कुरूप विधवा के रूप में चित्रित किया जाता है। वह आभूषणों से परहेज करती हैं और पुराने मलिन वस्त्र धारण करती हैं।
उनके अव्यवस्थित केश और दो भुजाएं उन्हें एक अनोखी पहचान देती हैं। देवी अपने कम्पित हाथों में एक सूप रखती हैं और उनके दूसरे हाथ में वरदान मुद्रा होती है।
उनका रथ बिना अश्व के होता है, जिसके ऊपर कौआ विराजमान रहता है, जो उनकी महिमा का प्रतीक है।
माँ धूमावती के मूल मंत्र:
माँ धूमावती के मंत्रों का जाप करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। यहाँ उनके कुछ महत्वपूर्ण मंत्र दिए गए हैं:
माँ धूमावती का मूल मंत्र:
- ॐ धूं धूं धूमावती देव्यै स्वाहा।
सप्ताक्षर मंत्र:
- धूं धूमावती स्वाहा।
अष्टक्षर मंत्र:
- धूं धूं धूमावती स्वाहा।
दशाक्षर मंत्र:
- धूं धूं धूं धूमावती स्वाहा।
चतुर्दशाक्षर मंत्र:
- धूं धूं धुर धुर धूमावती क्रों फट् स्वाहा।
पंचदशाक्षर मंत्र:
- ॐ धूं धूमावती देवदत्त धावति स्वाहा।
धूमावती गायत्री मंत्र:
- ॐ धूमावत्यै विद्महे संहारिण्यै धीमहि तन्नो धूमा प्रचोदयात्।
माँ धूमावती की महिमा:
माँ धूमावती के इन मंत्रों का जाप न केवल मानसिक और शारीरिक परेशानियों से छुटकारा दिलाता है, बल्कि यह जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि भी लाता है।
मान्यता है कि नियमित रूप से इन मंत्रों का जाप करने से माँ धूमावती की कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने में सहायक होती है।
निष्कर्ष:
यदि आप नकारात्मकता से जूझ रहे हैं और गरीबी, रोग या शोक से परेशान हैं, तो माँ धूमावती की शरण में जाना एक बेहतरीन उपाय है।
उनके मंत्रों का जाप करके आप जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। माँ धूमावती की कृपा से आपकी सभी समस्याएँ हल हो सकती हैं।
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